Itarsi Updates :- आंबेडकर मूर्ति स्थापना के लिए कांग्रेस ने सुझाए तीन स्थान, प्रशासन को ज्ञापन सौंपा
Itarsi।
शहर में संविधान निर्माता और सामाजिक न्याय के प्रतीक डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने की मांग को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड ने एक रैली निकालकर नगर पालिका (नपा) प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में शहर के तीन प्रमुख स्थानों को प्रतिमा स्थापना के लिए उपयुक्त बताया गया है। इन स्थानों में एसीसी सीमेंट तिराहा, चिकमंगलूर चौराहा और रेस्टहाउस के पास स्थित चौपाटी चौराहा शामिल हैं।
मूर्ति स्थापना के लिए दी 14 अप्रैल तक की मोहलत
कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड के अध्यक्ष गजानंद तिवारी के नेतृत्व में पार्टीजनों और डॉ. आंबेडकर के अनुयायियों ने शुक्रवार को रैली निकालकर नपा कार्यालय का रुख किया। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) के नाम ज्ञापन सौंपते हुए प्रशासन से 14 अप्रैल तक प्रतिमा स्थापना के लिए कार्रवाई शुरू करने की मांग की।
ज्ञापन देते हुए ब्रिगेड अध्यक्ष गजानंद तिवारी ने कहा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इटारसी शहर में आज तक डॉ. आंबेडकर की मूर्ति स्थापित नहीं हो पाई है। वर्षों से यह मांग उठाई जा रही है, लेकिन प्रशासन इसे लगातार नजरअंदाज कर रहा है। क्या इस शहर में बाबासाहब की प्रतिमा के लिए कोई स्थान नहीं है? अगर प्रशासन ने 14 अप्रैल तक इस पर कार्रवाई नहीं की, तो हम स्वयं जनभावनाओं का सम्मान करते हुए किसी भी दिन उनकी प्रतिमा स्थापित कर देंगे।”
रैली और ज्ञापन के जरिए जनभावनाओं का प्रदर्शन
ज्ञापन सौंपने से पहले कांग्रेस और बाबासाहब के अनुयायियों ने एक रैली निकालकर शहरभर में डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा स्थापना की मांग को लेकर समर्थन जुटाया। रैली में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए, जिन्होंने प्रशासन के रवैये के प्रति आक्रोश व्यक्त किया।
शहर में डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा की अनुपस्थिति पर सवाल
कांग्रेस और आंबेडकर अनुयायियों का कहना है कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इटारसी जैसे महत्वपूर्ण शहर में डॉ. आंबेडकर की कोई प्रतिमा नहीं है। कांग्रेस ने वर्षों से इस मुद्दे को उठाया है, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। अनुयायियों का मानना है कि यह केवल डॉ. आंबेडकर के सम्मान का सवाल नहीं है, बल्कि यह सामाजिक न्याय और समानता की भावना को बढ़ावा देने का प्रतीक भी होगा।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रमुख नेता
इस आंदोलन में कांग्रेस के कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता शामिल रहे। इनमें नगर कांग्रेस अध्यक्ष मयूर जायसवाल, शुभम वालिया, मोहन झालिया, लाली सलूजा, अजय मिश्रा, पूर्व नपाध्यक्ष नीलम गांधी, नसीम खान, पार्षद सीमा भदौरिया, विनीता बस्तरवार, अंजली करलोस्सिया, बाबू चौधरी, अजय अहिरवार, अभय दुवे, राकेश चंदेले, नारायण सिंह ठाकुर, कन्हैयालाल मिहानी, अमित कापरे, दिलीप गोस्वामी, संजय ठाकुर, मनीष चौधरी, पूर्व पार्षद अरविंद चंद्रवंशी, अभिषेक ओझा, अभिषेक साहू, राहुल वमों, अनिल रेकवार, कन्हैया गोस्वामी, हरिनारायण थापक, पप्पी कलोसिया सहित अन्य नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।
स्थापना को लेकर लंबे समय से संघर्ष जारी
डॉ. आंबेडकर के अनुयायियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि मूर्ति की स्थापना केवल एक प्रतीकात्मक कदम नहीं है, बल्कि यह सामाजिक समानता और न्याय के प्रति शहर के लोगों की प्रतिबद्धता का संदेश होगा। कांग्रेस और अनुयायियों ने लंबे समय से इस मुद्दे पर संघर्ष किया है, और अब उन्होंने इसे एक अंतिम चेतावनी के रूप में पेश किया है।
निष्कर्ष
डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने की मांग न केवल बाबासाहब के अनुयायियों की भावनाओं से जुड़ी है, बल्कि यह सामाजिक समरसता और न्याय के प्रतीक के रूप में भी महत्वपूर्ण है। कांग्रेस ने प्रशासन को 14 अप्रैल तक का समय दिया है, और यदि इस अवधि के भीतर कार्रवाई नहीं हुई, तो जनभावनाओं के आधार पर प्रतिमा स्थापना का फैसला लिया जाएगा।
Itarsi samachar
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