Narmadapuram Updates :- ई-मंडी एप से किसानों को मिलेगी नई सहूलियत, घर बैठे बेच सकेंगे अपनी उपज
Narmadapuram।
कृषि क्षेत्र में डिजिटल क्रांति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नर्मदापुरम कृषि उपज मंडी ने किसानों के लिए एक नई पहल की है। अब किसान अपनी फसल बेचने के लिए मंडी तक आने की जरूरत के बिना ही घर बैठे अपनी उपज को व्यापारियों को बेच सकेंगे। इसके लिए राज्य सरकार ने “ई-मंडी” नामक मोबाइल एप लॉन्च किया है। यह सुविधा नर्मदापुरम मंडी में 1 जनवरी से शुरू की जाएगी। इससे न केवल किसानों का समय और खर्च बचेगा, बल्कि फसल बिक्री की प्रक्रिया भी अधिक पारदर्शी और सुगम होगी।
डिजिटल सुविधा से होगा काम आसान
मंडी सचिव एके परिहार ने बताया कि इस नई व्यवस्था के तहत किसान अपनी उपज का विक्रय प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन कर सकेंगे। ई-मंडी एप के माध्यम से किसान अपनी प्रवेश पर्ची खुद बना सकेंगे, जिससे उन्हें लंबी कतारों में खड़े होने और अतिरिक्त समय बर्बाद करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इस सुविधा का उद्देश्य किसानों को डिजिटल माध्यम से जोड़कर उन्हें आधुनिक कृषि व्यापार प्रणाली का हिस्सा बनाना है।
ई-मंडी एप :- https://eanugya.mp.gov.in/
कैसे काम करेगा ई-मंडी एप?
किसानों को इस सेवा का लाभ उठाने के लिए अपने स्मार्टफोन पर गूगल प्ले स्टोर से “मंडी बोर्ड भोपाल” का मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड करना होगा। एप को इंस्टॉल करने के बाद, किसानों को अपनी जानकारी और फसल से संबंधित विवरण पंजीकृत करना होगा।
प्रमुख प्रक्रिया:
- एप इंस्टॉल और पंजीयन: किसान को अपने मोबाइल नंबर और आधार विवरण के साथ एप पर पंजीकरण करना होगा।
- फसल विवरण अपलोड करें: फसल की ग्रेड, मात्रा और वांछित मूल्य जैसी जानकारी दर्ज करनी होगी।
- प्रवेश पर्ची तैयार करें: किसान अपनी प्रवेश पर्ची घर बैठे ही बना सकते हैं और यह जानकारी मंडी में मौजूद व्यापारियों तक पहुंचाई जाएगी।
- सीधी बिक्री की सुविधा: किसान अपनी उपज का विक्रय अपने खलिहान, गोदाम या खेत से सीधे कर सकेंगे।
क्या फायदे होंगे किसानों को?
- समय और लागत की बचत: अब किसानों को मंडी तक आने-जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे उनके परिवहन का खर्च बचेगा।
- पारदर्शी प्रणाली: ई-अनुज्ञा प्रणाली से बाहरी दलाल और बिचौलियों का दखल खत्म होगा।
- सुविधाजनक व्यापार: किसान घर बैठे ही व्यापारियों के साथ संपर्क में रह सकेंगे।
- मंडी को राजस्व बढ़ेगा: ऑनलाइन लेन-देन से मंडी को भी अधिक राजस्व मिलेगा और व्यवस्था अधिक व्यवस्थित होगी।
पायलट प्रोजेक्ट से होगी शुरुआत
इस नई व्यवस्था को नर्मदापुरम मंडी में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है। यदि यह सफल साबित होता है, तो इसे प्रदेश की अन्य मंडियों में भी लागू किया जाएगा। मंडी सचिव ने बताया कि इस प्रक्रिया को आगामी समय में सभी कृषि उत्पादों और फसलों के लिए विस्तारित किया जाएगा।
डिजिटल क्रांति की ओर कदम
ई-मंडी एप का उपयोग किसानों को डिजिटल युग की ओर बढ़ाने और कृषि व्यापार में पारदर्शिता लाने का प्रयास है। यह पहल किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम है। किसानों ने भी इस सुविधा के प्रति उत्साह व्यक्त किया है और इसे कृषि क्षेत्र के लिए एक सकारात्मक बदलाव माना है।
सरकार की मंशा
राज्य सरकार का उद्देश्य है कि इस डिजिटल प्रणाली के माध्यम से किसानों को समय पर उनकी फसल का उचित मूल्य मिले और वे आधुनिक तकनीकों का लाभ उठाकर अपनी उपज को सीधे व्यापारियों तक पहुंचा सकें। ई-मंडी एप किसानों और व्यापारियों के बीच एक सेतु का काम करेगा, जिससे फसल विक्रय प्रक्रिया सरल और सुगम होगी।
ई-मंडी एप :- https://eanugya.mp.gov.in/
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