Itarsi Updates :- मोबाइल टॉवर के खिलाफ वार्ड-8 के रहवासियों का विरोध, महिलाओं ने कहा- पुराना टॉवर भी हटाओ, नया नहीं लगने देंगे
Itarsi ।
उत्तर बंगलिया वार्ड-8 के रिहायशी इलाके में एक और मोबाइल टॉवर लगाए जाने का विरोध तेज हो गया है। बुधवार को इलाके के रहवासियों, विशेष रूप से महिलाओं, ने वीआई कंपनी द्वारा लगाए जा रहे नए टॉवर के निर्माण को रोकने के लिए प्रदर्शन किया। महिलाओं ने जेसीबी मशीन को काम करने से रोक दिया और नाराजगी जाहिर करते हुए स्पष्ट किया कि इलाके में नया टॉवर लगने नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने पुराने टॉवर को भी हटाने की मांग की, जो लंबे समय से ध्वनि प्रदूषण और रेडिएशन का कारण बन रहा है।
स्थानीय नागरिकों की प्रमुख समस्याएं
रहवासियों का कहना है कि इलाके में पहले से ही दो मोबाइल टॉवर मौजूद हैं, जो शोर और रेडिएशन का स्रोत हैं। पुराने टॉवर के कारण कई बार मशीनों की तेज आवाज से नींद और शांति भंग होती है। इसके अतिरिक्त, नए टॉवर के निर्माण स्थल की जमीन दलदली है, जिससे इसके गिरने का खतरा भी बना हुआ है। महिलाओं ने इस बात पर जोर दिया कि नया टॉवर लगाना नागरिकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
रिहायशी इलाके में रेडिएशन और ध्वनि प्रदूषण का खतरा
महिलाओं ने बताया कि पहले से मौजूद टॉवर से रेडिएशन का स्तर बढ़ रहा है, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। इसके अलावा, टॉवर की मशीनें दिन-रात तेज आवाज करती हैं, जिससे इलाके में ध्वनि प्रदूषण होता है। रहवासियों का आरोप है कि नपा (नगर पालिका) में बार-बार शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद अब तक इस समस्या का कोई समाधान नहीं निकला है।
जमीन की स्थिति और गिरने का डर
रहवासियों ने यह भी दावा किया कि जिस स्थान पर नया टॉवर लगाया जा रहा है, वहां की जमीन दलदली है। निर्माण के दौरान जेसीबी और भारी मशीनरी के कंपन से जमीन धंसने और टॉवर गिरने का खतरा बना रहता है। ऐसे में इस इलाके में टॉवर का निर्माण करना स्थानीय नागरिकों के जीवन के लिए खतरा पैदा कर सकता है।
विधायक को सौंपेंगे ज्ञापन
गुरुवार को वार्ड-8 के रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल अपनी समस्याओं और मांगों को लेकर क्षेत्रीय विधायक से मुलाकात करेगा। नागरिकों का कहना है कि वे विधायक को ज्ञापन सौंपकर इस मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई की मांग करेंगे।
महिलाओं का विरोध प्रदर्शन
महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन के दौरान स्पष्ट किया कि इस क्षेत्र में नए टॉवर का निर्माण किसी भी सूरत में नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने मांग की कि पुराने टॉवर को भी यहां से हटाया जाए। उनका कहना है कि यह टॉवर न केवल ध्वनि प्रदूषण और रेडिएशन का कारण बन रहा है, बल्कि इलाके में स्वास्थ्य समस्याओं और मानसिक तनाव का कारण भी बन रहा है।
नगर पालिका और प्रशासन की भूमिका पर सवाल
स्थानीय नागरिकों ने नगर पालिका और प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाए। उनका आरोप है कि नपा में कई बार शिकायत दर्ज कराने के बावजूद अब तक किसी अधिकारी ने इस समस्या पर संज्ञान नहीं लिया। रहवासियों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही समाधान नहीं निकाला गया, तो वे बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर चिंताएं
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि रिहायशी इलाकों में मोबाइल टॉवर से निकलने वाला रेडिएशन लंबे समय तक रहने वालों के लिए हानिकारक हो सकता है। ध्वनि प्रदूषण भी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।
आगे की रणनीति
रहवासियों ने प्रशासन और स्थानीय नेताओं से मांग की है कि इलाके में नए टॉवर के निर्माण को तत्काल रोका जाए। साथ ही, पुराने टॉवर को भी हटाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। नागरिकों ने इस मामले को लेकर एकजुटता दिखाते हुए कहा कि वे अपने अधिकारों और सुरक्षा के लिए संघर्ष करते रहेंगे।
यह मामला प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। स्थानीय नागरिकों की मांगों को देखते हुए, अब यह देखना होगा कि प्रशासन किस प्रकार से इस समस्या का समाधान करता है।
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