Itarsi Updates :- आधार लिंक खातों से 70 हजार की धोखाधड़ी, जियो सिम के जरिए जालसाजों ने रची साजिश
Itarsi : आधार कार्ड से जुड़े बैंक खातों को निशाना बनाकर डिजिटल जालसाजों ने बड़ी ठगी को अंजाम दिया। बीते 15 दिनों में दो व्यक्तियों के खातों से करीब 70 हजार रुपए उड़ा लिए गए। यह मामला तब सामने आया जब पीड़ितों ने गांधी वाचनालय स्थित आधार केंद्र पर बायोमैट्रिक लॉक-अनलॉक कराने के लिए आवेदन किया। हालांकि, तीसरे व्यक्ति ने समय पर खाता फ्रीज करा लिया, जिससे वह इस धोखाधड़ी से बच गया।
कैसे हुई धोखाधड़ी?
आधार केंद्र प्रभारी चेतन पटेल के मुताबिक, जालसाजों ने पीड़ितों के मोबाइल नंबर को बंद करवाकर नए सिरे से जियो सिम जारी करवाई। इसके बाद, सिम को ई-सिम में बदलने के लिए ओटीपी का उपयोग किया। साथ ही, आधार कार्ड पर बायोमैट्रिक लॉक लगवाकर पीड़ितों को नई सिम जारी कराने से रोक दिया।
ई-सिम के सक्रिय होने के बाद जालसाजों ने मोबाइल नंबर से जुड़े बैंक खातों से धनराशि निकाल ली। इस पूरे मामले में पीड़ितों ने सिम प्रदाता कंपनी जियो के कर्मचारियों की मिलीभगत का संदेह जताया है।
तीसरा पीड़ित जालसाजी से बचा
तीसरे व्यक्ति, अवामनगर निवासी फरहान कुरैशी, ने समय पर सतर्कता दिखाते हुए अपना बैंक खाता फ्रीज करा दिया, जिससे उसके खाते से कोई धनराशि नहीं निकाली जा सकी। फरहान ने बताया कि उसका मोबाइल नंबर 799958061 5 दिसंबर से बंद है। उसी दिन सुबह 7000629303 नंबर से एक कॉल आया, जिसमें कहा गया कि ई-सिम के लिए रिक्वेस्ट आई है। कॉल करने वाले ने धमकी दी कि रिक्वेस्ट को मंजूर नहीं किया तो सिम बंद हो जाएगी।
हालांकि, फरहान ने यह रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं की। इसके बावजूद सिम बंद हो गई। 6 दिसंबर को फरहान ने जियो के इटारसी कार्यालय पहुंचकर मदद मांगनी चाही, लेकिन स्थानीय प्रबंधक अनिल नामदेव से मिलने नहीं दिया गया।
ठगी में संदिग्ध नंबर की भूमिका
जिस नंबर से कॉल किया गया, वह ट्रू कॉलर पर हेमंत बंजारे नाम से दर्ज है। इस नंबर को छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के एक पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष से जोड़ा जा रहा है।
जांच और शिकायत की स्थिति
थाना प्रभारी गौरव सिंह बुंदेला ने बताया कि अब तक इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। हालांकि, पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। यह पता लगाया जा रहा है कि इस धोखाधड़ी में कौन-कौन शामिल हैं और इसमें मोबाइल सिम कंपनी की क्या भूमिका हो सकती है।
आधार से जुड़ी सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने आधार से जुड़े बैंक खातों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह साफ है कि जालसाजों ने न केवल आधार और सिम का दुरुपयोग किया बल्कि सुरक्षा तंत्र में खामियों का फायदा उठाकर पीड़ितों को आर्थिक नुकसान पहुंचाया।
सतर्कता की अपील
प्रशासन और साइबर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने आधार कार्ड से जुड़े खातों और मोबाइल सिम को सुरक्षित रखें। किसी भी संदिग्ध कॉल पर जानकारी साझा करने से बचें और किसी भी अनजान ई-सिम रिक्वेस्ट को स्वीकार न करें।
सावधानी और समय पर कार्रवाई ही इस तरह की घटनाओं से बचने का एकमात्र तरीका है।
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