Breaking
Fri. Nov 22nd, 2024

Itarsi : गोवंशीय मवेशियों से भरे ट्रक को पकड़ा, मवेशियों की तस्करी की जा रही थी

Itarsi  : गोवंशीय मवेशियों से भरे ट्रक का पर्दाफाश, क्रूरता अधिनियम के तहत आरोपी गिरफ्तार

Itarsi हाईवे पर ग्यारहमुखी हनुमान मंदिर के पास पुलिस और गोसेवकों की सतर्कता से मवेशियों की तस्करी का मामला सामने आया है। गुरुवार दोपहर नर्मदापुरम से सूचना मिलने के बाद गोसेवक और पुलिस ने संयुक्त प्रयास कर एक ट्रक को रोका, जिसमें 46 गोवंशीय मवेशी ठूंसकर बंधे हुए थे।

Itarsi: गोवंशीय मवेशियों से भरे ट्रक को पकड़ा

इनमें से एक मवेशी की मौत हो चुकी थी, और बाकी मवेशियों को चारा-पानी न मिलने के कारण बेहोशी की हालत में पाया गया। इस दौरान ट्रक में सवार तीन में से एक व्यक्ति को गोसेवकों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया, जबकि बाकी दो भागने में सफल रहे। गिरफ्तार आरोपी की पहचान मंडीदीप निवासी इरफान खान के रूप में हुई है, जिस पर मध्यप्रदेश पशु क्रूरता अधिनियम, मध्यप्रदेश गोवंश अधिनियम और मध्यप्रदेश कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

Itarsi: गोवंशीय मवेशियों से भरे ट्रक को पकड़ा

सूचना पर पुलिस और गोसेवकों का त्वरित कार्रवाई

गोसेवक लखन कश्यप ने जानकारी दी कि उन्हें नर्मदापुरम से सूचना मिली थी कि मवेशियों से भरा एक ट्रक शहर की ओर जा रहा है। ट्रक का नंबर भी साझा किया गया। सूचना मिलते ही 8-10 गोसेवक हाईवे पर ट्रक का इंतजार करने लगे। लगभग 30 मिनट बाद ट्रक दिखा और नंबर मिलान करने पर संदेह यकीन में बदल गया। गोसेवकों ने मोटरसाइकिलों से ट्रक का पीछा करना शुरू किया। खुद को घिरा देख ट्रक चालक ने गति बढ़ा दी, लेकिन ग्यारहमुखी हनुमान मंदिर के पास अचानक ट्रक रुक गया। ट्रक से तीन लोग भागने लगे, जिसमें से एक व्यक्ति गिर गया और गोसेवकों ने उसे पकड़ लिया। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान इरफान खान के रूप में हुई, जिसे पथरोटा थाने में हिरासत में लिया गया है।

ट्रक में मवेशियों की दुर्दशा, एक की मौत, कई बेहोश

पुलिस और गोसेवकों की मौजूदगी में ट्रक को ओवरब्रिज के नीचे हनुमानधाम के पास लाया गया। यहां गोसेवकों ने कड़ी मेहनत कर सभी मवेशियों को सुरक्षित नीचे उतारा। इनमें से एक मवेशी मृत पाया गया, जबकि कई मवेशी गंभीर स्थिति में थे। बुरी तरह बांधने और पानी-चारे की कमी के कारण कुछ मवेशी बेहोशी की हालत में थे, जबकि कई मवेशी ठीक से खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। लखन कश्यप ने बताया कि इन मवेशियों को सतना से परतवाड़ा कत्लखाने ले जाया जा रहा था। इतनी लंबी दूरी तक ट्रक में ठूंस-ठूंस कर बंधे मवेशियों की दुर्दशा से तस्करी की अमानवीयता उजागर हो गई।

नगर पालिका के साथ अस्थाई गोशाला में मवेशियों की व्यवस्था पर विवाद

गोसेवकों द्वारा मवेशियों को अस्थाई गोशाला में रखने के बाद नगरपालिका के अधिकारियों की ओर से सवाल उठाए गए। गोसेवक लखन कश्यप ने कहा, “हमने 45 मवेशियों को मुक्त करवाया और कत्लखाने से बचाया, पर नगरपालिका हमसे पूछ रही है कि किस अनुमति से इन्हें यहां रखा गया।” इस पर पथरोटा थाना प्रभारी संजीव पवार ने स्पष्ट किया कि मवेशियों को गोशाला में रखने का निर्णय पुलिस ने नहीं, बल्कि गोसेवकों ने लिया था। इसके बाद नपा सभापति राकेश जाधव ने कहा, “गोसेवकों ने नेक कार्य किया है। प्रशासन को उनकी सहायता करनी चाहिए, न कि सवाल उठाने चाहिए।” उन्होंने भूखे-प्यासे मवेशियों के लिए चारे-पानी और गुड़ की व्यवस्था भी कराई।

गोवंश की तस्करी के मामलों पर प्रशासन की नजर

यह घटना Itarsi क्षेत्र में गोवंश तस्करी के एक और मामले को सामने लाती है, जिससे गोसेवकों और नागरिकों में आक्रोश व्याप्त है। गोसेवकों ने स्थानीय प्रशासन से इस तरह के मामलों में सख्त कार्रवाई और नियमित जांच की मांग की है।

 

 

Follow us on:

https://whatsapp.com/narmadapuramnews

https://www.instagram.com/narmadapuramnews/

https://t.me/narmadapuram

https://x.com/narmdapuram

https://whatsapp.com/channel/narmadapuramnews

By Author

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *